नगर पंचायत मऊआइमा में जनसुनवाई से नदारद अधिकारी, सभासदों ने जताया आक्रोश


नगर पंचायत मऊआइमा में जनसुनवाई से नदारद अधिकारी, सभासदों ने जताया आक्रोश

प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देश के बावजूद नगर पंचायत मऊआइमा में जनसुनवाई के दौरान अधिकारियों की अनुपस्थिति से जनता में आक्रोश पनप गया है। सोमवार को तय समय पर जनसुनवाई के लिए नागरिक अपनी समस्याएं लेकर नगर पंचायत कार्यालय पहुंचे, लेकिन वहां कोई भी जिम्मेदार अधिकारी मौजूद नहीं था।

कार्यालय में केवल सभासद अतीक अहमद, राहुल ठाकुर सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। उन्होंने नागरिकों की समस्याएं सुनीं, मगर पंचायत कार्यालय में तैनात अधिशासी अधिकारी और बड़े बाबू सहित प्रमुख कर्मचारी नदारद रहे।

गौरतलब है कि सरकार ने “संभव” कार्यक्रम के तहत यह व्यवस्था की है कि प्रत्येक सोमवार सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक जनसुनवाई हो और अधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। इसके बावजूद मऊआइमा नगर पंचायत में नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।

जनप्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों ने सवाल उठाया कि जब मुख्यमंत्री स्वयं जनता की समस्याओं को सुनने के लिए अधिकारियों को निर्देशित कर रहे हैं, तो मऊआइमा नगर पंचायत में जिम्मेदार अधिकारी क्यों लापरवाह बने हुए हैं।

जनता का कहना है कि अगर इसी तरह अधिकारियों की गैरमौजूदगी बनी रही तो जनसुनवाई का कोई अर्थ ही नहीं रह जाएगा। लोग अपनी समस्याएं लेकर कार्यालय पहुंचते हैं लेकिन वहां सुनवाई के लिए कोई नहीं बैठा होता।
कर्मचारियों के भरोसे चल रहा है कार्यालय।

नगर पंचायत मऊआइमा कार्यालय संविदा कर्मियों के भरोसे चल रहा है, अधिकारियों की कार्यालय ना पहुंचने की शिकायत पहले भी की जा चुकी है, लेकिन अधिकारियों के रवैया में कोई बदलाव नहीं देखने को मिल रह।

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