प्रतापगढ़। जिले के कोहंडौर नगर पंचायत अंतर्गत ग्रामसभा भावापुर से चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई है। ग्रामीणों का आरोप है कि महज़ 10 दिन पहले बना नाला पहली ही बरसात में ढह गया।
जिस नाले को सालों तक टिकना चाहिए था, वह पहली ही बारिश नहीं झेल पाया। ग्रामीणों का कहना है कि यह कोई सामान्य घटना नहीं, बल्कि निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार और घटिया सामग्री के इस्तेमाल का स्पष्ट उदाहरण है।
ग्रामीणों का आरोप
निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का प्रयोग हुआ।
जिम्मेदार अधिकारियों व ठेकेदार की मिलीभगत से सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया।
जनता की गाढ़ी कमाई और विकास योजनाओं से खिलवाड़ किया गया है।
ग्रामीणों की एक ही मांग है कि इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कर दोषी ठेकेदार और अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
प्रशासनिक स्थिति
सूत्रों के अनुसार, नाले के एक हिस्से का निर्माण पूरा हो चुका था लेकिन अभी भी कुछ हिस्सों में निर्माण कार्य जारी है। बारिश के दौरान अधूरा हिस्सा ध्वस्त हो गया। फिलहाल निर्माण कार्य निर्माणाधीन बताया जा रहा है।
सवाल बरकरार
बारिश में नाला ध्वस्त होने से ग्रामीणों में आक्रोश है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब विकास कार्य ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाएं, तो ऐसे में जनता की सुरक्षा और सरकारी योजनाओं पर भरोसा कैसे किया जा सकता है?
Tags
शहर और राज्य