राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा ने मचाई हलचल, मोटरसाइकिल रैली में उमड़ा जनसैलाब – तेजस्वी संग दिखे राहुल, प्रियंका ने साधा भाजपा पर निशाना
प्रयागराज/पटना।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और महागठबंधन की ओर से निकाली जा रही “वोटर अधिकार यात्रा” ने अब सियासी पारा चढ़ा दिया है। दसवें दिन यात्रा सुपौल से मधुबनी पहुंची, जहां राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और प्रियंका गांधी ने साथ मिलकर जनता से संवाद किया। इस दौरान राहुल और तेजस्वी मोटरसाइकिल पर सवार होकर लोगों के बीच पहुंचे। बाइक रैली का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है और युवाओं का जोश देखते ही बन रहा है।
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मोटरसाइकिल पर राहुल-तेजस्वी का स्टाइल
यात्रा में खास आकर्षण तब देखने को मिला जब राहुल गांधी और तेजस्वी यादव मोटरसाइकिल पर सड़क पर निकले। बड़ी संख्या में युवा बाइक और स्कूटी लेकर उनके साथ चल पड़े। सोशल मीडिया पर राहुल-तेजस्वी की बाइक रैली को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं।
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भीड़ का जबरदस्त समर्थन – सुरक्षा घेरा टूटा
यात्रा के दौरान बड़ी भीड़ उमड़ी। यहां तक कि एक युवक सुरक्षा घेरा तोड़कर राहुल गांधी तक पहुंच गया और उन्हें गले लगाकर किस कर लिया। यह घटना भी वीडियो में कैद हो गई, जो अब वायरल हो रही है। इससे साफ है कि यात्रा को लेकर जनता का उत्साह और समर्थन कितना प्रबल है।
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प्रियंका गांधी का भाजपा पर तंज
यात्रा के दौरान प्रियंका गांधी भी शामिल हुईं और भाजपा पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा – “भैंस चोरी का आरोप लगाने वाले अब खुद वोट चोरी कर रहे हैं।” प्रियंका ने मतदाता सूची से नाम हटाने को लोकतंत्र पर सीधा हमला बताया।
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राहुल गांधी का बड़ा आरोप
राहुल गांधी ने भी अपने संबोधन में चुनाव आयोग और केंद्र सरकार पर तीखा वार किया। उन्होंने कहा कि “बिहार में 65 लाख से ज्यादा मतदाताओं के नाम सूची से हटा दिए गए हैं। यह संस्थागत स्तर पर वोट चोरी की साजिश है।”
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तेजस्वी यादव का हमला – EC को बताया “गोदी आयोग”
तेजस्वी यादव ने कहा कि चुनाव आयोग की भूमिका अब सवालों के घेरे में है। उन्होंने आरोप लगाया कि आयोग अब “गोदी आयोग” बन चुका है और जनता के अधिकारों की रक्षा नहीं कर पा रहा।
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चुनाव आयोग का जवाब
वहीं, चुनाव आयोग ने इन आरोपों से इनकार किया और कहा कि विशेष पुनरीक्षण अभियान (SIR) के तहत 99.11% मतदाताओं ने दस्तावेज जमा कर दिए हैं, यानी मतदाता सूची पूरी तरह से सुरक्षित है।
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निष्कर्ष
“वोटर अधिकार यात्रा” अब सिर्फ राजनीतिक कार्यक्रम नहीं रह गई है, बल्कि यह युवाओं और आम जनता के बीच आंदोलन का रूप ले चुकी है। मोटरसाइकिल रैली से लेकर जनता की भागीदारी और वायरल वीडियो तक – सब कुछ यह संदेश दे रहा है कि बिहार की राजनीति में यह यात्रा आने वाले चुनावों का बड़ा टर्निंग प्वाइंट साबित हो सकती है।
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