🔥 मऊआइमा में 2011 का दर्दनाक पटाखा विस्फोट, अब फिर लौटी रौनक – रेलवे ग्राउंड पर सजी पटाखा मार्केट!
प्रयागराज (मऊआइमा)।
आज से ठीक 14 वर्ष पूर्व मऊआइमा कस्बे ने वह मंजर देखा था जिसने पूरे इलाके को झकझोर दिया था। 12 अक्टूबर 2011 को पुरामियांजी मोहल्ला स्थित एक पटाखा फैक्ट्री में इतना भीषण विस्फोट हुआ था कि पूरी इमारत की आरसीसी छत और दीवारें धराशायी हो गईं। इस हादसे में करीब एक दर्जन लोगों की मौत हो गई थी जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे।
विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि आसपास के घरों की खिड़कियां तक हिल गई थीं। बताया गया था कि फैक्ट्री अवैध रूप से चल रही थी और सुरक्षा के मानकों का पालन नहीं किया गया था। घटना के बाद पूरे मऊआइमा क्षेत्र में दहशत फैल गई थी और प्रशासन ने पटाखा निर्माण व बिक्री पर तत्काल पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था।
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💔 रोजगार पर पड़ी मार
इस हादसे के बाद सैकड़ों स्थानीय मजदूर बेरोजगार हो गए। आतिशबाजी का काम मऊआइमा की पहचान बन चुका था, लेकिन प्रतिबंध के चलते वर्षों तक कारोबार ठप रहा। स्थानीय कारीगरों और दुकानदारों को अपनी रोजी-रोटी के लिए दूसरे कामों की ओर रुख करना पड़ा।
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✨ अब लौटी रौनक – प्रशासन ने दी मंजूरी
करीब 12 साल बाद, वर्ष 2023 से प्रशासन ने फिर से पटाखा बिक्री की अनुमति दी, लेकिन सख्त नियम और शर्तों के साथ। इस साल 2025 में प्रशासन ने रेलवे ग्राउंड मऊआइमा में अस्थायी पटाखा बाजार लगाने की अनुमति दी है।
तीन दिनों के लिए दी गई इस मंजूरी से न केवल दुकानदारों के चेहरे खिल उठे हैं, बल्कि ग्राहकों में भी खुशी की लहर है।
पहले साल (2023 और 2024) पटाखा बाजार स्टेशन रोड पर लगी थी, लेकिन इस बार रेलवे ग्राउंड पर स्थानांतरित की गई है, ताकि भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था बेहतर रखी जा सके। धीरे-धीरे लोगों को इस स्थान की जानकारी हो रही है, और अब यहां खरीदारों की भीड़ उमड़ रही है।
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🧨 दूर-दराज से आ रहे ग्राहक
मऊआइमा के पटाखों की ख्याति आज भी बरकरार है। प्रयागराज शहर के अलावा प्रतापगढ़, रानीगंज, देहलूपुर, मांधाता, सोरांव, शिवगढ़, तिलाई बाजार और बादशाहपुर जैसे इलाकों से भी लोग पटाखे खरीदने मऊआइमा पहुंच रहे हैं।
व्यापारियों के अनुसार, यहां कीमतें शहर से बेहतर हैं और गुणवत्ता भी शानदार है।
⚠️ सुरक्षा के नए मानक
प्रशासन ने इस बार सुरक्षा को लेकर कड़े निर्देश दिए हैं। सभी दुकानों में फायर एक्सटिंग्विशर, सीमित स्टॉक, और दूरी के मानक लागू किए गए हैं। लाइसेंसधारकों को सख्त हिदायत दी गई है कि कोई भी अवैध या हाई-पावर पटाखा नहीं बेचा जाएगा।
🕯️ 2011 की यादें आज भी ताज़ा
स्थानीय निवासी आज भी 2011 की उस भयावह दोपहर को नहीं भूल पाए हैं। विस्फोट की आवाज़ कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी थी। कई परिवारों ने अपने अपने परिजनों को खोया, और बरसों तक उस गली से गुजरते हुए लोगों के मन में डर बैठा रहा।
लेकिन अब, वर्षों बाद, जब वही इलाका दीपावली की खुशियों से रोशन हो रहा है — तो लोग कहते हैं,
> “वक़्त ने ज़ख्म भर दिए, मगर सबक अब भी याद हैं।”
🌟 नया अध्याय – उम्मीदों की रोशनी
मऊआइमा में फिर से रौनक लौट आई है। प्रशासनिक सख्ती और जागरूकता के साथ अब यहां के पटाखा कारोबारी फिर से अपनी पुरानी पहचान पाने की कोशिश में हैं। दीपावली से ठीक पहले रेलवे ग्राउंड पर सजी यह बाजार सुरक्षा, रोजगार और उत्सव की नई शुरुआत मानी जा रही है।
📸 रिपोर्ट – UP9 News टीम, प्रयागराज
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