*मुकुट पूजन से हुआ दशहरा उत्सव का शंखनाद*
परंपरा और आस्था का प्रतीक मानी जाने वाली मऊआइमा की सन् 1948 में प्रारंभ हुई ऐतिहासिक रामलीला का शुभारंभ सोमवार 22 सितंबर को मुकुट पूजन के पश्चात विधिविधान से हुआ | कमेटी के निमिष खत्री ने मुकुट पूजन की पुरानी परंपरा के विषय में विस्तार से जानकारी दी | रामबाग पक्का तालाब स्थित रामलीला मैदान में श्रद्धालुओं का भारी हुजूम उमड़ा |
इस अवसर पर मथुरा से विशेष रूप से मंगवाए गए सोने, चांदी एवं बहुमूल्य रत्नों से जड़े मुकुट और अस्त्र शस्त्र का वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन किया गया | यह मुकुट अस्त्र- शस्त्र प्रभु श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न, हनुमान जी, मेघनाद, कुंभकर्ण, दशानन रावण और अहिरावण व अन्य पात्रों के लिए बनाए गए हैं |
मुकुट पूजन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पधारे सांसद फूलपुर प्रवीण पटेल ने कहा कि नवरात्रि का पावन अवसर भारतीय संस्कृति का जीवंत प्रतीक है, जो हमें धर्म, सत्य और मर्यादा के पथ पर अग्रसर होने की प्रेरणा देता है | साथ ही इन दिनों फैली ड्रोन की अफवाह पर भी सांसद फूलपुर ने उपस्थित जनमानस को जागरूक करते हुए कहा कि अफवाहों पर बिल्कुल ध्यान न दें यह सिर्फ एक अफवाह है इसमें कोई भी सच्चाई नहीं है |
इस अवसर पर पूर्व ब्लाक प्रमुख सुधीर मौर्य, निमिष खत्री, धर्मेंद्र पासी, रोहित मौर्या, सचिन साहू, किशन सरोज,प्रधान तीरथ यादव, जिला पंचायत सदस्य अंकेश पटेल, चेयरमैन शोएब अंसारी, डॉ नन्द लाल मौर्या, मुन्नू मौर्या, प्रदीप केसरवानी, सभासद प्रदीप केसरवानी एवं राहुल सिंह, दिलीप केसरवानी, संजय पटेल, सुरेंद्र केसरवानी, राजेश सोनी सहित बड़ी संख्या में श्री रामलीला समिति मऊआइमा के पदाधिकारी व स्थानीय लोग उपस्थित रहे |
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