राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ में उमड़ा जनसैलाब, बिहार की सड़कों पर गूंजे नारे



राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ में उमड़ा जनसैलाब, बिहार की सड़कों पर गूंजे नारे

पटना/नवादा। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ बिहार में दिन-ब-दिन रफ्तार पकड़ रही है। यात्रा में उमड़े जनसैलाब ने इसे लोकतांत्रिक आंदोलन का रूप दे दिया है। हजारों की भीड़, जगह-जगह लगे नारे और सड़क किनारे जमा लोगों के उत्साह ने इस यात्रा को खास बना दिया।

हादसे के बीच दिखी राहुल की संवेदनशीलता

नवादा में यात्रा के दौरान उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब भीड़ को संभालते समय एक पुलिसकर्मी अचानक राहुल गांधी की गाड़ी के नीचे आ गया। सुरक्षाकर्मियों ने तत्काल उसे सुरक्षित बाहर निकाला। इसके बाद राहुल गांधी ने गाड़ी रुकवाई और पुलिसकर्मी को पानी की बोतल देकर हालचाल पूछा। यह दृश्य सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया और राहुल गांधी की मानवीय छवि सामने आई।

बीजेपी समर्थकों ने लगाए नारे, राहुल ने दिया संयमित जवाब

यात्रा के दौरान हिसुआ में कुछ भाजपा समर्थकों ने ‘राहुल गांधी मुर्दाबाद’ के नारे लगाए। इस पर राहुल गांधी ने गुस्सा दिखाने के बजाय मुस्कुराते हुए उन्हें अंगूठा दिखाया और अपनी यात्रा जारी रखी। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इसे राहुल का संयम और आत्मविश्वास करार दिया।

संविधान और मताधिकार की रक्षा का संदेश

राहुल गांधी लगातार अपनी सभाओं में कह रहे हैं कि यह सिर्फ वोट का अधिकार बचाने की लड़ाई नहीं है, बल्कि संविधान की रक्षा की जंग है। उन्होंने चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा कि SIR (Special Intensive Revision) वोट चोरी का नया तरीका है और इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

INDIA गठबंधन का प्रदर्शन

इस यात्रा के जरिए विपक्षी गठबंधन INDIA ने भी अपनी ताकत का प्रदर्शन किया है। RJD, CPI(ML), वामपंथी दलों और कई विपक्षी नेताओं ने राहुल गांधी के साथ मंच साझा किया। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह विपक्ष की एकजुटता का बड़ा संदेश है, जो आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में असर दिखा सकता है।

आलोचना और सियासी तकरार

दूसरी ओर, जेडीयू और बीजेपी ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला है। जेडीयू नेताओं ने कहा कि राहुल और तेजस्वी ने वोटर लिस्ट से नाम काटे जाने को लेकर गलत जानकारी फैलाई है और अब उन्हें बिहार में “माफी यात्रा” निकालनी चाहिए।


---

निष्कर्ष

राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है। एक ओर जहां भीड़ और जन समर्थन इसे विपक्ष का बड़ा अभियान बना रहे हैं, वहीं हादसे और नारेबाजी जैसी घटनाएं इसे और सुर्खियों में ला रही हैं। यह यात्रा सिर्फ एक राजनीतिक रैली नहीं, बल्कि लोकतंत्र और मताधिकार को लेकर शुरू हुई बहस का प्रतीक बन चुकी है।

Post a Comment

Previous Post Next Post

Ads