उत्तर प्रदेश भदोही के निर्भीक पत्रकार जय शंकर दुबे कि 29 जनवरी को सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी! जय शंकर दुबे के परिजनों ने इस दुर्घटना को साजिश के तहत हत्या का आरोप लगाया था जिसके बाद से ही पत्रकार विकास परिषद जय शंकर दुबे के परिजनों को न्याय दिलाने के लिए मुहिम चला रहा है और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहा है!

जहां पत्रकार विकास परिषद की तरफ से प्रदेश भर में अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत विधायक हो या फिर सांसद या फिर जिले के आला अधिकारी सभी के माध्यम से यूपी के सीएम को ज्ञापन भेजा जा रहा है और भदोही के पत्रकार जय शंकर दुबे के परिजनों को न्याय मिले जिसके लिए अभियान भी चलाया जा रहा है और उच्च स्तरीय जांच की मांग भी की जा रही है!
पीवीपी की मुहिम का असर, पत्रकार जयशंकर प्रकरण में सीएम तक पहुंची एक और चिठ्ठी
भदोही। पत्रकार विकास परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष आसिफ अली और राष्ट्रीय सचिव/प्रदेश प्रभारी डीके मिश्र के नेतृत्व में भदोही जिले के निर्भिक पत्रकार जयशंकर दुबे की साजिशन हत्या की उच्चस्तरीय जांच के लिए शुरू मुहिम को और बल मिला है। उच्चस्तरीय जांच के लिए सांसद, विधायक के बाद एक और चिठ्ठी मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी तक पहुंची है। भाजपा राष्ट्रीय परिषद के सदस्य और भदोही के पूर्व सांसद गोरखनाथ पांडेय ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर पत्रकार जयशंकर दुबे की साजिशन हत्या की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है। बतातें चले कि औराई और ऊंज थाना क्षेत्र की दो खबरों पर काम कर रहे पत्रकार जयशंकर को राजमार्ग कौलापुर अंडरपास ब्रिज पर राजपूत ढाबा के पास एक अज्ञात कार से टक्कर मार कर घायल कर दिया गया था। बाद में उनकी मौत हो गयी थी। इस मामले में पत्रकार के अधिवक्ता भाई की ओर से दी गयी साजिशन हत्या की तहरीर की लाइनों को काट कर पुलिस ने हादसे की रिपोर्ट दर्ज की थी। इस मामले में आल इंडिया प्रेस रिपोर्टर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष आचार्य श्रीकांत शास्त्री के पत्र पर प्रधानमंत्री कार्यालय ने यूपी सरकार को कार्रवाई को पत्र भी भेजा है। निर्देश मुख्यमंत्री सचिवालय तक पहुंच गया है। इससे उच्चस्तरीय जांच की संभावना प्रबल हो चुकी है।