दो दिन से घर से गायब नाबालिक का नाले मे मिला शव, परिजनों ने जतायी हत्या की आशंका
शव मिलने के बाद लोगों मे दिखा खाकी के प्रति आक्रोश, भीड़ को पीटा
प्रतापगढ़, मासूम के हत्या से आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क पर शव रखकर जाम लगाए तो नाकाम पुलिस ने ग्रामीणों को दौड़ा – दौड़ा कर जमकर पीटा, किया लाठीचार्ज । आरोप है कि बिना महिला पुलिस के महिलाओं की जमकर पुलिस ने कर दी पिटाई । तीन दिन पूर्व गायब मासूम दीपक का आज सुबह काशीराम कालोनी के नाले में मिला शव, जिसके बाद परिजनों संग स्थानीय लोगो मे पनपा आक्रोश । परिजनों का आरोप है कि दीपक के गायब होने के बाद से वह थाने के चक्कर काट रहे थे,किन्तु पुलिस ने मामले को गंभीरता से नही लिसा जिसके चलते नही बच सकी मासूम बेटे की जान । शनिवार सुबह करीब सुबह 8.30 बजे जब पुलिस दीपक के शव को जबरजस्ती ले जाने का प्रयास की तभी आक्रोशित लोगों ने इसका विरोध किया जिससे पुलिस ने स्थानीय लोगो पर लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस प्रशासन समय रहते घटना को गंभीरता से लेती नही और जब पीड़ित विरोध करे तो अपनी नाकामी छिपाने के लिए आम जनमानस पर करती है लाठीचार्ज ।
बता दें कि नगर कोतवाली के सरोज चौराहे के पास के रहने वाले श्यामू पुत्र अशर्फी लाल ने बीते 17फरवरी को कोतवाली पुलिस को दिए गए तहरीर मे बेटे दीपक ( 11) को काशीराम कालोनी के दिलशाद व नाटे पुत्र गण दिलदार व अजमल द्वारा गायब कर दिया गया है । सोशल मीडिया सेल से प्राप्त जानकारी को मुताबिक पुलिस ने मामले मे गंभीर धाराओं मे मुकदमा पंजीकृत करके खोजबीन कर रही थी कि शनिवार सुबह अपहृत नाबालिक का शव कालोनी मे नाले मे पाया गया । पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लिया व शव को कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया ।मीडिया सेल से प्राप्त जानकारी के अनुसार तीनों आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर पूछतांछ कर रही है किन्तु परिजनों ने आरोप लगाया है कि दो दिन से यदि खाकी ने तेजी दिखाई होती तो हमारे जिगर का टुकड़ा मेरे पास होता । फिलहाल मामला जो भी हो घटना को लेकर पुलिस दिनभर जनता के कठघरे मे घिरी नजर आई और तरह – तरह के चर्चाओं ने पुलिस के कार्यशैली पर भी प्रश्न चिन्ह लगा दिया है ।