अगर मेनहत आदत बन जाएं तो कामयाबी मुकद्दर बन जाती है। एथलेटिक के राष्ट्रीय प्रशिक्षक घनश्याम यादव।

अगर मेनहत आदत बन जाएं तो कामयाबी मुकद्दर बन जाती है। एथलेटिक के राष्ट्रीय प्रशिक्षक घनश्याम यादव।

प्रयागराज । एथलेटिक के राष्ट्रीय प्रशिक्षक घनश्याम यादव ने खिलाड़ियों को मीडिया के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि जिंदगी केवल एक बार मिलती है इसलिए काम वही करो जो आपका दिल चाहता है जो कार्य हमें पसंद होता है उसे हम बिना थके बिना रुके करते हैं जिसकी वजह से आसानी से लक्ष्य प्राप्त कर लेते हैं जिंदगी में संघर्ष प्राप्त कर सबसे अधिक प्रसन्नता मिलती है इसलिए हमेशा खुद को उत्साहित रखो और जीवन में बड़े-बड़े लक्ष्य को निर्धारित करें एक युवा में इतनी ताकत होती है वह कुछ भी कर सकता है यदि ठान लें खुद पर विश्वास तो असफलता से डरना बंद कर देता है उसकी सफलता निश्चित हो जाती है हृदय में इतना उत्साह और उमंग जरूर भर ले कि बिना लक्ष्य प्राप्त किये रूकें न ।
उत्तर प्रदेश के जनपद प्रतापगढ़ के विकासखंड मांधाता के जददूपुर पोस्ट छितपालगढ निवासी घनश्याम यादव है जिन्होंने प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी की महत्वकांक्षी योजना खेलो इंडिया अभियान व फिट इंडिया अभियान को लगातार सफल बना रहे हैं खेलो इंडिया के माध्यम से खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में ऐसा वातावरण बनाएंगे जहां हमारी बहनें एवं भाइयों को खेल के माध्यम से स्वालमवी बनाने सहित हर समय खिलाड़ियों के साथ दुख सुख में खड़ा रहूंगा। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को आने वाली रूकावटों को दूर करने के लिए मैं सदैव कटिबद्ध रहूंगा। उन्होंने कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाना चाहता हूं कि उनके सपनों को पूरा करने के लिए उन्हें किसी प्रकार का भेदभाव का सामना नहीं करना पड़ेगा खिलाड़ियों को खेल का महत्व समझाते हुए एक अच्छे खिलाड़ी बन कर अपना नाम और अपने पिता का नाम कमाएं। भारत में खेल का महत्व लगातार बढ़ रहा है। खिलाड़ियों को खेल की ओर अग्रसर करने के लिए मैं मीडिया के माध्यम से खिलाड़ियों को हम लगातार प्रेरित कर रहे हैं । जिससे उनका मन खेल में लगे और लोग अपने जीवन में कुछ समय निकालकर खेल खेले। उन्होंने कहा कि अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को हमारी तरफ से इनाम भी दिया जाएगा जिससे खिलाड़ी आगे बढ़ सके। अच्छा खिलाड़ी बनकर उच्च स्तर तक जाकर अपने देश का नाम रोशन कर भारत देश को गौरवान्वित करने का काम करें।

श्री यादव जी ने एक उदाहरण देते हुए पत्रकार रणविजय सिंह यादव से बताया कि पसीना बहाने का अर्थ परिश्रम की अग्नि में तपना ही है जो अपने लक्ष्य के लिए कछुए की तरह लगातार परिश्रम करता है । अर्जुन की तरह अपने लक्ष्य पर दृष्टि गड़ाए रखता है वही सफलता प्राप्त करता है यह महत्वपूर्ण है कि अपने जीवन के आदर्शों से प्रेरित होकर अपना लक्ष्य चुने। एथलेटिक के राष्ट्रीय प्रशिक्षक घनश्याम यादव को खेल दिवस पर उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया गया था। और उत्तर प्रदेश के महामहिम श्री राम नाईक द्वारा दीक्षांत समारोह में सम्मानित किया गया था। एथलेटिक के राष्ट्रीय प्रशिक्षक घनश्याम यादव को भारत सरकार के केंद्रीय मंत्रियों और उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री द्वारा घर पर पहुंचकर सम्मानित किया गया था।

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