प्रयागराज में बाढ़ का संकट: राहत कार्य तेज़, प्रभावित क्षेत्रों में संघर्ष जारी
प्रयागराज, 03 अगस्त 2025 – जनपद प्रयागराज में इस समय बाढ़ के हालात बेहद गंभीर हैं। गंगा और यमुना नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुस चुका है। प्रशासन ने बाढ़ राहत कार्यों को तेजी से बढ़ा दिया है, और प्रभावित क्षेत्रवासियों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए राहत शिविरों की संख्या में भी वृद्धि की है।
जलस्तर की स्थिति
गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुका है। गंगा नदी का जलस्तर फाफामऊ में 85.87 मीटर और छतनाग में 85.19 मीटर तक पहुंच चुका है, जबकि यमुना का जलस्तर नैनी में 85.82 मीटर है। इस समय के अधिकतम जलस्तर की तुलना में यह काफी बढ़ोतरी है, जिससे आस-पास के इलाके बाढ़ से प्रभावित हो रहे हैं।
प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति
जनपद के विभिन्न क्षेत्र, जैसे सदर, फुलपुर, करछना, सोरांव, और मेजा, बाढ़ के प्रभाव से गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं। कई मोहल्ले और गांवों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है, और लोग राहत शिविरों में शरण ले रहे हैं। फिलहाल 1747 परिवारों को राहत शिविरों में आश्रय प्रदान किया गया है, जिनमें 7436 व्यक्ति शामिल हैं।
राहत कार्यों का संचालन
प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों को तेज़ किया है। जिले भर में कुल 97 राहत शिविर चिन्हित किए गए हैं, जहां 20 राहत शिविर सक्रिय हैं। इन शिविरों में खाना, पानी और चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। आज 5500 लंच पैकेट वितरित किए गए हैं, साथ ही 242 व्यक्तियों का उपचार भी किया गया है।
पशु राहत कार्य
पशुओं की स्थिति भी चिंताजनक है। पशु शिविरों में 55 पशुओं का इलाज किया गया, और 275 पशुओं को टीकाकरण भी किया गया। साथ ही, भूसा वितरण की भी व्यवस्था की गई है, ताकि पशुओं को चारा मिल सके।
संभावित और आगामी खतरे
प्रशासन की ओर से सभी नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी जा रही है। बाढ़ की स्थिति में और वृद्धि की संभावना है, और लोगों को राहत शिविरों में शरण लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
कंट्रोल रूम से संपर्क करें
किसी भी आपात स्थिति में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कंट्रोल रूम से संपर्क किया जा सकता है।
कंट्रोल रूम नंबर: 0532-2641577, 0532-2641578, 1077
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