प्रयागराज मुठभेड़ में झारखंड का 4 लाख इनामी माफिया ढेर, AK-47 से STF पर की थी फायरिंग
प्रयागराज/शंकरगढ़ — बुधवार देर रात प्रयागराज के शंकरगढ़ थाना क्षेत्र में उत्तर प्रदेश एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की। झारखंड के कुख्यात माफिया और 4 लाख रुपये के इनामी अपराधी आशीष रंजन उर्फ छोटू सिंह को मुठभेड़ में मार गिराया गया। यह मुठभेड़ शिवराजपुर चौराहे के पास हुई, जिसमें करीब 50 राउंड फायरिंग हुई।
AK-47 और पिस्तौल से STF पर की ताबड़तोड़ फायरिंग
मिली जानकारी के अनुसार STF को सूचना मिली थी कि आशीष प्रयागराज में किसी बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम देने की फिराक में है। STF इंस्पेक्टर जे.पी. राय के नेतृत्व में टीम ने शिवराजपुर चौराहे पर घेराबंदी की। जैसे ही आशीष को रोका गया, उसने AK-47 और 9 एमएम पिस्तौल से टीम पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।
जवाबी कार्रवाई में STF ने भी गोली चलाई, जिसमें आशीष गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
भारी मात्रा में हथियार बरामद
मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने एक AK-47 राइफल, एक 9 एमएम पिस्तौल, 36 राउंड कारतूस और एक मोटरसाइकिल बरामद की है। आशीष का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, जबकि पुलिस उसके नेटवर्क की जांच में जुट गई है।
लंबा आपराधिक इतिहास, कई हत्याओं में था शामिल
आशीष रंजन, झारखंड के धनबाद के जेसी मलिक रोड का निवासी था। वह गैंगस्टर अमन सिंह की जेल में हत्या का मुख्य आरोपी था। इसके अलावा वह कोयला व्यवसायी नीरज तिवारी और भूमि कारोबारी सरफुल हसन की हत्याओं में भी शामिल रहा है।
एक वायरल ऑडियो और वीडियो में उसने अमन सिंह की हत्या की जिम्मेदारी ली थी, जिसके बाद से वह चर्चा में आया। झारखंड पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 4 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।
STF की बड़ी कामयाबी
STF के इस ऑपरेशन को उत्तर प्रदेश और झारखंड दोनों राज्यों के लिए बड़ी सफलता माना जा रहा है। लंबे समय से फरार चल रहा आशीष रंजन कानून व्यवस्था के लिए गंभीर चुनौती बना हुआ था।
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📌 रिपोर्टर: महफूज़ हसन
📍 स्थान: प्रयागराज – प्रतापगढ़
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