पूर्व सांसद अतीक अहमद अशरफ की पुलिस अभिरक्षा में धार्मिक संगठन से जुड़े तीन युवाओं ने की जघन्य हत्या

पूर्व सांसद अतीक अहमद अशरफ की पुलिस अभिरक्षा में धार्मिक संगठन से जुड़े तीन युवाओं ने की जघन्य हत्या


प्रयागराज:सीएम योगी आदित्यनाथ के दूसरे कार्यकाल मे भी अपराध और अपराधियों के खिलाफ जो मुहिम जारी थी लगता है कि सुनियोजित तरीके से उसे कटघरे में खड़ा करने पर कुछ तथाकथित लोग साजिश कर रहे हैं| पूर्व सांसद अतीक अहमद व उसके भाई अशरफ की उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई जब पुलिस अभिरक्षा में उन्हें नखास कोना स्थित काल्विन अस्पताल में मेडिकल कराने के लिए ले जाया जा रहा था बताया जाता है कि हमलावर पत्रकार के भेस में आए थे और उस समय उन्हें गोली मारी जब पत्रकारों का भारी हुजूम उनसे सवाल कर रहा था उसी बीच हमलावर ने सबसे पहले पूर्व सांसद अतीक को गोली मारी उसके बाद अशरफ पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी। 10:00 से 10:30 बजे के बीच हुई इस वारदात से पूरे शहर में सनसनी फैल गई। हमलावरों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया है जिनकी उम्र 20 से 30 वर्ष के बीच की है प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो हमलावरों ने गोली मारने के बाद धार्मिक नारे भी लगाए पुलिस अभी कुछ कहने की स्थिति में नहीं है |माना जा रहा है कि तीनों युवक धार्मिक संगठन से जुड़े हुए हैं इसकी जानकारी अति शीघ्र होगी फिलहाल पूरे प्रदेश में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी हो गया है जिस तरह से अपराध और अपराधियों की कमर तोड़ने का कार्य नित्य प्रतिदिन मुख्यमंत्री आदित्यनाथ कर रहे थे एक के बाद एक लगातार कई जघन्य वारदात से साफ जाहिर होता है कि सरकार को बदनाम करने की सुनियोजित तरीके से साजिश का हिस्सा माना जा रहा है |अब देखना यह है कि योगी आदित्यनाथ की सरकार को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास करने वाले लोग  के पीछे कौन सी शक्ति है और इसके पीछे क्या मंशा है यह तो धीरे-धीरे साफ होता जाएगा |लेकिन प्रदेश में शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने की जिस तरह से साजिश की गई वह अति निंदनीय है। फिलहाल उत्तर प्रदेश पुलिस पर तमाम राजनीतिक लोगों ने उंगलियां उठाना शुरू कर दिया है कि इस तरह की लचर व्यवस्था के जिम्मेदार कौन है |

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