भगवान भक्त और भक्ति पर सदैव रखते है कृपा – अभिनन्दन जी महाराज
मुकुंदपुर मे श्रीमद्धभागवत कथा सुन मंत्रमुग्ध हुए श्रद्धालु
प्रतापगढ़। मुकुंदगंज होलागढ़ मे हो रहे श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ मे वृंदावन से पधारे कथा व्यास अभिनन्दन जी महाराज ने श्रीमद्धभागवत कथा के महात्म्य के बारे मे मुख्य यजमान अवधेश नारायण त्रिपाठी एंव उपस्थित श्रद्धालुओं को बताते हुए कहा कि श्रीमद्धभागत कथा का श्रवण मनुष्य को अवश्य करना चाहिए, कथा श्रवण करने मोक्ष की प्राप्ति होती है । कथा के दौरान ब्यास ने बताया कि भगवान ने जगत को संदेश दिया है कि मृत्यु भी जीवन की हर प्रक्रिया की तरह शाश्वत सत्य है, उन्होनें कहा कि जीवन जीने की सही कला भगवान के प्रति निःस्वार्थ श्रद्धा तथा आचरण मे पारदर्शिता है। भगवान समान रूप से भक्त और भक्ति पर कृपा रखा करते है। इसके बावजूद मनुष्य का जीवन पथ से जब कभी भी विचलित हुआ करता है तो वह दुखों की अनुभूति करने लगता है। भक्ति व आराधना का तात्पर्य जीवन को सुचिता की गरिमा से सदैव सिंचित बनाये रखना है। कथा व्यास ने नारद व्यास संवाद के जरिए भी लोगों को जीवन की सुचिता के प्रति कठोर व्रत धारण किये जाने की सीख दी। कथा का संयोजन एंव व्यवस्था संदीप त्रिपाठी ने किया ।इस दौरान विष्णु मोहन, कृष्ण मोहन, सौरभ, गौरव, अभिषेक, हरि मोहन, सुयश,राहुल, डा.राजमणि, मुकुन्द मोहन, सूर्यमणि, श्याम मोहन, हर्षमणि त्रिपाठी, अनिल, सुनील, आनन्द मोहन, चन्द्रमणि त्रिपाठी, आलोक, उत्कर्ष, रजनीश, निष्कर्ष, अविरल, सिद्धांत, उद्भव, अक्षत, सुयश त्रिपाठी सहित भारी संख्या मे श्रद्धालुओं के साथ ही परिवार के सदस्य मौजूद रहे जिन्होने शासनादेश एंव स्वास्थ्य विभाग के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए श्रीमद्भागवत कथा के ज्ञान रुपी अमृत का रस पान किया ।