नदी के सामने हिम को नहीं झुकते हुए देखा - अनुजा मनु

नदी के सामने हिम को नहीं झुकते हुए देखा – अनुजा मनु

युवा श्रृंगार कवि सौरभ ओझा के संयोजन व राकेश त्रिपाठी के आयोजन मे सफल हुआ कवि सम्मेलन

शेष नारायण यादव ( अजय )

लक्ष्मणपुर, प्रतापगढ़। जब जब समाज मे थोड़ी सी भी अस्थिरता आती है समाज अपने राह से भटकता है तब तब समाज को जगाने का काम और सही राह दिखाने का काम कवि व साहित्यकार करते हैं। धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज की जन्मभूमि भटनी मे महाराज जी के वंशज सौरभ ओझा के संयोजन मे रविवार की शाम कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसके आयोजक समाज सेवी एवं शिक्षक राकेश त्रिपाठी रहे।कवि सम्मेलन मे मुख्य अतिथि अध्यक्ष नगर पंचायत लालगंज सन्तोष द्विवेदी , मार्गदर्शक मिडिया प्रभारी ज्ञान प्रकाश शुक्ल, दीप प्रज्वलन अतिथि शिक्षक नेता रामपुर संग्रामगढ़ विकास पांडेय, कार्यक्रम अध्यक्ष सुधीर तिवारी जिलाध्यक्ष यूथ कांग्रेस ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया । अखिल भारतीय कवि सेवा संस्थान के तत्वाधान में आयोजित चतुर्थ राष्ट्रीय कवि सम्मेलन में उद्घाटन अतिथि पुष्पा देवी, समापन अतिथि प्रत्याशी स्नातक एमएलसी खंड लखनऊ एडवोकेट बृज किशोर शुक्ल ( बी० के० शुक्ल ) ,विशिष्ट अतिथि जय कौशल, अति विशिष्ट अतिथि एस एन त्रिपाठी, राजा सहारा समाजसेवी, अजय आशीष एवं प्रेरणास्रोत भूपेन्द्र तिवारी काजू उपस्थित हुए ।ज्ञान प्रकाश शुक्ल जी ने साहित्य पर प्रकाश डालते हुए आभार ज्ञापित किया। हरदोई के प्रसिद्ध गीतकार पवन कश्यप की वाणी वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। जिसमे प्रसिद्ध हास्य कवि छंदकार आशुतोष आशु ने ‘भरत राणा के निशदिन वीरता के गीत गाते हैं,’ धन्नजय शाश्वत ने ‘जब मुर्दे भी मनरेगा से तनख्वाह ले रहे हैं’ फतेहपुर के सुप्रसिद्ध शायर शिवशरण बंधु ने ‘रहते रहते घर मे घर हो जाते है’ ओज कवि अंजनी अमोघ ने ‘दिल्ली से लेकर बींजिग तक रंग तिरंगा कर देगे’ मशहूर शायर अनूप प्रतापगढी ‘चलो और मजबूती से रिश्ता सम्भाला जाए’ लखनऊ से आई कवयित्री अनुजा मनु ने ‘नदी के सामने हिम को नहीं झुकते हुए देखा’ हरदोई के गीतकार पवन कश्यप ने ‘प्रेम में तुम पगी पावनी हो गई’ सौरभ ओझा ने ‘हथेली पर लिख कर अपना नाम, जब से तुम चली गईं’ पढा। कार्यक्रम के प्रमुख व्वस्थापक सुरेंद्र तिवारी सागर रहे। सम्मेलन में करपात्री धाम भटनी प्रधान अशोक सिंह एवं लकुरी प्रधान राकेश चतुर्वेदी ने आभार व्यक्त किया। भुवन्यू शुक्ल, आशीष तिवारी, गौरीशंकर तिवारी , शुभम श्रीवास्तव, सोनू मिश्र, शिवम पांडेय, शिव कुमार कनौजिया, विक्रांत पांडेय, अनूप सिंह, रवि शुक्ल, रमेश तिवारी, बेदानन्द, दुर्गाप्रसाद ओझा, प्रेम नारायण तिवारी, संजय ओझा, सौजय, संतोष, नन्हे, देवेंद्र मणि, अभिनाष चन्द्र, रामदत्त, राव वीरेंद्र, गट्टे मिश्रा, सोनू पाण्डेय, शिवकुमार ओझा, डा राज, सुनीत मिश्रा ,बीरू मिश्रा आदि रहे।

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