भागवत वेदरूपी कल्पवृक्ष का पका हुआ फल – आचार्य पं. उमापति मिश्र
भदौरियन के पुरवा ऊछापुर में बह रही है श्रीमद्भागवत कथा की रसधार
प्रतापगढ़ । सोमवार से ही भदौरियन के पुरवा ऊछापुर में इन दिनों भक्ति रसधार बह रही है।श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन सुचारु और सफलता पूर्वक चल रहा है l यह आयोजन दोपहर दो बजे से लेकर शाम छ: बजे तक चलता है जिसमें देर शाम तक श्रद्धालु कथा का श्रवण करते हैं l राहाटीकर के भदौरियन के पुरवा ऊछापुर में सोलह नवम्बर से बाइस नवम्बर तक श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथावाचक राम जानकी मंदिर घुइसरनाथ धाम से पधारे आचार्य पं. उमापति मिश्र हैं lपहले दिन भव्य कलशयात्रा के साथ कथा प्रारंभ हुई। जो गांव का भ्रमण कर आयोजन स्थल पहुंची,जहां पंडितों ने विधि- विधान से कलश स्थापना कराई। सोमवार को परीक्षित मोक्ष की कथा के बाद भगवान की भव्य शोभायात्रा निकाली गई,जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु व ग्रामवासी शामिल हुए।सोलह नवम्बर को भागवत महात्म्य की कथा सुनाई गई। कथावाचक राम जानकी मंदिर घुइसरनाथ धाम के आचार्य पं. उमापति मिश्र के श्रीमुख से कथा सुनकर उपस्थित श्रोता भाव विभोर होते रहे।कथा के दौरान सुमधुर भजनों की प्रस्तुति से श्रद्धालु झूमते रहे। गांववासियों ने नाचते-गाते उत्सव मनाया। भंडारे का आयोजन भी चौबीस नवम्बर दिन मंगलवार को होना सुनिश्चित हुआ है l शाम तीन बजे से लेकर भंडारे का आयोजन आपकी उपस्थिति तक रहेगी l कथा में सहायक गणों में आचार्य मयंक शुक्ल,आचार्य पंकज कुमार मिश्र,आचार्य परमेंद्र कुमार शुक्ल, आचार्य अंजनी ररहे l कथा श्रवण के दौरान अभिषेक मिश्र, शिवम पाण्डेय, उपेंद्र मिश्र,अंबुज मिश्र, कुलदीप मिश्र एवं गाँव सहित दूर दराज से आए समस्त श्रोता व भक्त गण मौजूद रहे l